Sunday, December 22, 2024
HomeIndiaMumbaiमहाराष्ट्र के तटों से टकराया चक्रवात निसर्ग, कई जगह भारी बारिश और...

महाराष्ट्र के तटों से टकराया चक्रवात निसर्ग, कई जगह भारी बारिश और तेज हवाएं

Date:

Related stories

“Priyanka Gandhi Sparks Controversy with ‘Palestine’ Bag in Parliament, BJP Reacts”

Priyanka Gandhi Shows Support for Palestine Congress leader Priyanka Gandhi...

Fake Electro-Homeopathy Degree Racket Busted in Gujarat: 13 Arrested, 10 Fake Doctors Identified

A fraudulent Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery (BEMS)...

Gujarat Schools Face Challenges in Generating Apaar IDs Due to Aadhaar Name Discrepancies

Gujarat schools are facing significant challenges in creating Apaar...
spot_imgspot_img

चक्रवात निसर्ग बुधवार दोपहर को महाराष्ट्र के तटों से टकराया. इस दौरान, कई जगहों पर बारिश और तेज हवाएं चलने की खबरें आई आ रही हैं. मौके पर एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं और लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है. चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ की वजह से महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग में तेज बारिश हो रही है. वहीं, रत्नागिरि में तेज हवाएं चलने की खबरें हैं.

मौसम विभाग ने अपने ट्वीट में कहा, “चक्रवात निसर्ग का केंद्र महाराष्ट्र तट के काफी करीब है. भूस्खलन की प्रकिया शुरू हो गई है और यह अगले तीन घंटों तक जारी रहेगी.” मौसम विभाग के अनुसार, इस तूफान के असर से अगले 12 घंटों में 100 से 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश के अलावा भूस्‍खलन भी हो सकता है.

एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एएनआई को बताया कि गुजरात और महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की करीब 43 टीमें तैनात की गई हैं, जिसमें से 21 टीमें महाराष्ट्र में हैं. साइक्लोन वाली जगहों से करीब 1 लाख लोगों को बाहर निकाला गया है.

इस बीच, पुलिस ने कल देर रात आदेश जारी करके, लोगों को समुद्र तट, पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों के साथ मुंबई तटीय रेखा पर सैर सपाटा करने से रोका है.

मौसम विभाग के मुताबिक, बीती एक सदी में ये पहला चक्रवाती तूफ़ान है जो महाराष्ट्र के तट से टकराया.इससे पहले 1948 और 1980 में दो बार चक्रवाती तूफ़ान उठा था लेकिन वो तट से नहीं टकराया, समुद्र में ही कमज़ोर पड़ गया था.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मुम्बई इकाई के उप महानिदेशक के. एस. होसालिकर ने बताया कि चक्रवात अलीबाग के दक्षिण के पास से 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरेगा और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी. उन्होंने ट्वीट किया कि ‘निसर्ग’ आज तीन जून को सुबह साढ़े पांच बजे अलीबाग से 165 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और मुम्बई से 215 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में अरब सागर पहुंचेगा. उन्होंने एक बार फिर मुम्बई और ठाणे, रायगढ़ तथा पालघर जैसे पड़ोसी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी.

निसर्ग के खतरे को देखते हुए, मध्य रेलवे ने मुंबई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला और कुछ के समय में परिवर्तन किया है.
मध्य रेलवे (सीआर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुम्बई से चलने वाली पांच विशेष ट्रनों का समय बदला गया है और तीन विशेष ट्रेनों के मार्ग को बदला जाएगा. बदलाव के बाद एलटीटी- गोरखपुर विषेष अब सुबह 11 बजकर 10 मिनट की बजाय रात आठ बजे रवाना होगी. एलटीटी- तिरुवनंतपुरम विशेष सुबह 11 बजकर 40 की बजाय शाम छह बजे और एलटीटी-दरभंगा विशेष दोपहर सवा 12 की बजाय रात साढ़े आठ बजे रवाना होगी.

मौसम विभाग  ने मंगलवार को बताया था कि अरब सागर में कम दबाब के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के और प्रबल होने की संभावना है. यह बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा.

महाराष्ट्र और गुजरात ने आपदा से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात कर दिया है और जिन क्षेत्रों के चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. कोविड-19 महामारी के संकट से पहले से जूझ रहे दोनों पश्चिमी राज्यों ने चक्रवात से मुकाबले के लिए कमर कस ली है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर उन्हें केंद्र द्वारा हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया था.

Subscribe

- Never miss a story with notifications

- Gain full access to our premium content

- Browse free from up to 5 devices at once

Latest stories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here